Monday, November 4, 2013

फिल्मी सितारों के व्यापार


कोई सूरत सजाता है, कोई रोटी खिलाता है
-निरंजन परिहार- 

हमारे सितारे अब ज्यादा कमाने लगे हैं। ऐसा नहीं है कि वे पहले कम कमाते थे। लेकिन अब वे अभिनय से भी, नाम से भी और किसी दूसरे काम से भी, यानी हर तरफ से कमा रहे हैं। बहुत सारे सितारे एक्टिंग के साथ साथ व्यापार भी कर रहे हैं। इसलिए, क्योंकि जिंदगी के बारे में वे अब पहले से ज्यादा गंभीर हो गए हैं। जिंदगी, आखिर जिंदगी है, उसकी जरूरतें भी बहुत ज्यादा हैं। जिनको पूरा करने के लिए हमारे सितारे, अभिनय के साथ अपने होने की भी अब वे पूरी तरह भुना रहे हैं। फिल्मों के अलावा विज्ञापनों में काम करना तो बहुत आम बात पहले भी थी। इसी तरह फिल्म की शूटिंग से संबंधित साधन मुहैया कराना, स्टूड़ियो चलाना, डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी चलाना और फिल्म निर्माण के बाकी काम धंधे भी हमारे सितारे पहले से ही करते रहे हैं। लेकिन ग्लैमर की दुनिया के पार जाकर भी सितारे सफल हो रहे हैं। कोई हीरो रेस्टोरेंट में रोटियां खिलाता है, तो कोई हीरोइन सेलून का संचालन करती है। कोई एक्टर बड़े लोगों को महंगा सुरक्षा कवच मुहैया कराता है, कोई बड़ा सितारा बड़े होटल का मालिक है, कई सारे क्रिकेट टीम की कंपनियों के मालिक भी हैं। अब ज्यादातर कलाकार किसी न किसी वैकल्पिक व्यवसाय में भी हैं। सच्चाई यही है कि कई कलाकारों की तो फिल्मों से ज्यादा कमाई उनके अपने अलग व्यवसाय से हो रही है। फिल्मों में काम मिला, उन्हीं से नाम और दाम भी मिला। अब इसी नाम – दाम को दूसरे धंधों में निवेश करके हमारे सितारे खूब कमा रहे हैं क्योंकि सवाल सुखद भविष्य को सुनिश्चित करने का हैं। 

साफ साफ कहें, तो जिंदगी को जमकर जीने की ललक अब इस कदर जोर मारने लगी है, लेकिन इसके लिए बहुत ज्यादा नाम, काम और पैसा भी चाहिए। सुनील शेट्टी हो या मिथुन चक्रवर्ती, धर्मेंद्र हो या राखी सावंत, और या फिर भले ही रोणित राय ही क्यों न हो। सारे के सारे एक्टिंग के अलावा अपने अलग व्यापार भी करते हैं। सीधे तरीके से इस बात को यूं भी कहा जा सकता है कि हमारे सितारों की समझ में आ गया है कि फिल्मों का क्या भरोसा, वहां भले ही आज बहुत काम है लेकिन कल कुछ भी नहीं भी हो सकता है। सो, भविष्य को भी अपने आज की ही तरह चमकदार बनाने के लिए कलाकार व्यापार करने लगे हैं।
पुराने जमाने की बात करें, तो उन दिनों किसी भी एक्टर को फिल्म में काम करने के एवज में आज की तरह मेहनताना नहीं मिलता था, उसे तनख्वाह मिला करती थी। जब तक फिल्म की शूटिंग, डबिंग और बाकी काम चलता था, तब तक उस कलाकार की तनख्वाह चालू रहती थी। कलाकार जब तक उस फिल्म के लिए काम करता था, किसी भी अन्य के लिए काम करना संभव नहीं था, क्योंकि वह तो नौकरी हुआ करती थी। लेकिन, जैसे ही फिल्म पूरी हुई कि काम भी बंद। फिर उसके बाद हमारे कलाकार नया काम तलाशते थे। हालांकि मिल भी जाता थी। लेकिन कुल मिलाकर वे प्रोड्यूसर के नौकर हुआ करते थे। लेकिन बाद में वक्त बदला, लोग बदले, लोगों के काम करने, कराने और कमाने के तरीके भी बदले। प्रोड्यूसर के पास एक्टर के नौकरी करने का सिलसिला बंद हो गया, पूरी फिल्म में काम करने का मेहनताना मिलने लगा और बाद में तो अब यह भी हुआ कि एक ही वक्त में कोई भी अभिनेता अपनी मर्जी से कई कई फिल्मों में एक साथ काम कर रहा है। अब कलाकार अपनी मर्जी का मालिक है। इसीलिए अभिनय के अलावा अपना व्यापार भी कर रहे हैं।
मिथुन चक्रवर्ती ने तो खैर बहुत साल पहले से ही दक्षिण भारत के विख्यात हिल स्टेशन ऊटी में अपना एक शानदार होटल शुरू कर दिया था। मिथुन के इस होटल में शुरू शुरू में तो सिर्फ शूटिंग के लिए जानेवाले फिल्मी लोग ही ठहरा करते थे। लेकिन मिथुन को जब समझ में आ गया कि दुनिया फिल्मों के पार भी बहुत बड़ी, बहुत विशाल और ज्यादा मलाईदार है। तो फिल्म जगत के लोगों की आवभगत छोड़कर अपने होटल के दरवाजे उन्होंने बाकी दुनिया के लिए भी खोल दिए। आज एक फिल्म में काम करने के वक्त और उतने ही वक्त की होटल की कमाई की तुलना करें, तो होटल की कमाई बहुत भारी है। मिथुन साठ पार के हैं और इस उमर में किसी भी कलाकार के लिए फिल्मों में काम का दायरा किस तरह सिमट जाता है, यह सभी जानते हैं। मगर मिथुन बहुत साल पहले से ही इस राज को जान गए थे। इसलिए वे अपने फाइव स्टार होटल मोनार्क से बहुत खुश हैं। वे कहते हैं – मोनार्क मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा हिस्सा है, इसी ने मुझे हर तरह से सम्हाला है। सुनील शेट्टी के भी मुंबई में रेस्टोरेंट हैं। गिरगांव चौपाटी पर उनका एचटूओ नामक एक वॉटर स्पोर्ट्स सेंटर भी है। जहां से छोटी छोटी नावों में बैठकर रोज सैकड़ों लोग समंदर की सहरों का आनंद लेते हैं, वहां खाना भी खाते हैं और सुनील शेट्टी को एक यात्रा के बदले हजारों रूपए देते हैं। शेट्टी बताते हैं – फिल्मों के साथ व्यापार करने का अपना मजा है, वक्त अच्छा गुजरता है। बहुत बड़बोली राखी सावंत होने को तो फिल्म अभिनेत्री हैं, लेकिन फिल्मों में उनके पास कितना काम है, यह किसी को बताने की जरूरत नहीं है। पर, जिंदगी बहुत ऐशोआराम और कुछ ज्यादा ही शान से कट रही है। वह महंगी गाड़ियों में चलती है और हवाई जहाज में भी एग्जिक्यूटिव क्लास में उड़ती है। राखी से पूछा तो वह बोली – पुरानी फिल्मों की हीरोइनों की तरह मेरे खर्चे कोई प्रोड्यूसर या कोई सेठ नहीं उठाता। मैं अपने सेलून के बूते पर मौज की जिंदगी जी रही हूं। मुंबई के लोखंडवाला में उनका राखी सावंत ब्यूडी लॉज लिमिटेड़ के नाम से जबरदस्त धमाके के साथ चल रहा खूब महंगा सेलून उन्हें यह सब करने की इजाजत आसानी से दे देता है। इसी तरह बहुत पहले कुछ फिल्मों में काम करके हीरो बनने के बाद चंकी पांडे अब भले ही ग्लैमर की दुनिया में हैं, मगर व्यवसाय में सुपर हिट हैं। मुंबई के कई इलाकों में उनके रोटी रेस्टोरेंट खूब चलते हैं। पहले फिल्मों और फिर टीवी में खूब सारा काम करके हीरो तो नहीं मगर कलाकार के रूप में स्थापित हो चुके रोणित रॉय एस. सिक्युरिटी एंड प्रोटेक्शन नामक एक सफल सिक्योरिटी कंपनी चलाते हैं। रोणित कई जाने माने उद्योगपतियों, बड़े व्यवसायियों और बहुत सारे फिल्मी सितारों को महंगी फीस पर सुरक्षा कवच देते है। रोणित कहते हैं – एक्टिंग और व्यापार साथ साथ किए जा सकते हैं। फिर मेरे लिए तो ये दोनो एक दूसरे के सपोर्टिव भी हैं। फिल्म कलाकार अर्जुन रामपाल भी रेस्टोरेंट के धंधे में एक सफल व्यापारी की हैसियत से हैं। अर्जुन के तो मुंबई, दिल्ली के अलावा दुबई में भी उनके होटल हैं। अर्जुन के मुताबिक – एक्टिंग करने के लिए क्रिएटिव माइंड चाहिए, लेकिन बिजनेस करने के लिए कैलकुलेटिव माइंड की जरूरत होती है। ईश्वर ने मुझे दोनों दिमाग साथ साथ दिए हैं, सो उनका उपयोग भी कर रहा हूं। आपको आनेवाले दिनों में यह भी सुनने को मिल सकता है कि अर्जुन रामपाल ने पेरिस, लंदन और  न्यूयार्क में भी होटल खोल लिए हैं।’  टीवी एक्टर अनुज गुप्त भी रेस्टोरेंट चलाते हैं। उनकी एक कंपनी और भी है – एल्डर फार्मा, जो दवाई बनाती है। सलमान खान ने भी रेस्टोरेंट खोलने की कमर कस रखी हैं। पर, पहले उन्होंने बीइंग ह्यूमन ब्रांड के टीशर्ट स्टोर्स शुरू किया। शिल्पा शेट्टी, प्रीती जिंटा और शाहरूख खान आदि क्रकेट कंपनियों के मालिक हैं। शिल्पा की राजस्थान रॉयल्स’, शाहरुख खान की  ‘कोलकाता नाइट राइडर्स और प्रीति जिंटा कीकिंग्ज इलेवन पंजाब क्रिकेट टीमों के मालिक – मालकिन हैं। उनकी टीम पिच पर भले ही हारे या जीते, स्पॉन्सरशिप, ब्रांडिंग, और विज्ञापनों से तो जमकर कमा ही रही है। शिल्पा शेट्टी तो अपनी एक रियल एस्टेट वेबसाइट भी चलाती है। संजय दत्त ने शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा के साथ बिग फाइट लीग शुरू की है, जिसमें करीब एक सौ करोड़ निवेश किया बताते हैं। संजय दत्त फिलहाल तीन साल के लिए जेल में है, मगर उनकी यह कंपनी कमाती रहेगी। वैकल्पिक व्यवसाय करने वाले सितारे और भी बहुत सारे हैं। सारे के सारे बहुत व्यस्त हैं। क्योंकि उन्होंने अपने पास उपलब्ध समय का भरपूर दोहन करना जरूरी मान लिया है। कमाई आखिर सबके लिए जिंदगी की पहली जरूरत है, जो लगातार पूरी ताकत से जिद की तरह हमारी जिंदगी में जिंदा रहती है। बस, इसको समझने वाले और समझने के बाद उसे करने वाले चाहिए।

वैसे, सच्चाई यह है कि यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि एके हंगल जैसा महान कलाकार अपनी जिंदगी के आखरी दिनों में पैसे के अभाव में बीमार होता चला गया। भगवान दादा जैसे गजब के कलाकार को भुखमरी की वजब से मरना पड़ा। परवीन बाबी जैसी जबरदस्त कलाकार की लाश तीन – चार दिन बाद घर में सड़ी हालत में मिली, तो पता चला कि उनके घर ब्रेड़ और दूध सप्लाई करनेवालों के पैसे भी वे नहीं दे पा रही थी। ऐसे में, हमारे फिल्मी सितारे अभिनय के अलावा का इंतजाम भी कर रहे हैं, तो यह बहुत अच्छी बात है। इसकी एक मात्र वजह यही है कि फिल्मों में काम तो तब तक ही मिलेगा, जब तक चेहरा है, खूबसूरती है या फिर शरीर का मजबूती से साथ है। लेकिन, व्यापार तो तब भी चलता ही रहेगा, जब यह सब कुछ साथ नहीं होगा। इसीलिए, कोशिश तो हर कोई करता है, पर जो सफल हैं, वे हमारे सामने हैं।