Thursday, May 16, 2013


सरदारजी पर राहुल भारी अब आई दिग्गी की बारी

-निरंजन परिहार-

भैया मना कर रहे हैं। भाभी नहीं लाएंगे। पहले पार्टी को ठीक करेंगे। फिलहाल पीएम बनने का भी कोई इरादा नहीं है। राहुल गांधी ने कहा और पूरे देश ने सुना। आपने भी सुना और हमने भी। लेकिन दिल्ली की भरी सभा में उत्तराखंड के सीएम विजय बहुगुणा को राहुल भैया ने जब पीएम की बात पर सरेआम डांट दिया था। राहुल गांधी भले ही मना करें, लेकिन कांग्रेस के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार तो राहुल गांधी ही होंगे। अपना भी मानना है कि राहुल गांधी अगर वास्तव में कांग्रेस का कल्याण करना ही चाहते हैं, तो उनको सीधे पीएम बनना चाहिए, जिससे पार्टी का पूरा का रहा सहा कल्याण भी हो जाए। अपने लिखे इस कल्याण करने को अगर आप किसी दूसरे अर्थ में लेते हैं, तो यह आपकी मर्जी। लेकिन राहुल गांधी जिस तरह से कांग्रेस संगठन में बदलाव करके पार्टी का कल्याण करने पर तुले हुए हैं, उसी तरह सरकार में आते ही एक झटके में कल्याण कर देंगे, यह पक्का है।

राहुल गांधी के मना करने के बावजूद सारे लोग कह रहे हैं कि राहुल को ही पीएम बनना चाहिए। इसका एक मतलब यह भी है कि अपन तो मानते ही हैं, सारे के सारे कांग्रेस नेता भी हमारे सरदारजी को केअरटेकर पीएम ही मानते हैं। राहुल कितना भी मना करें, मगर कांग्रेस में एक बार फिर नये सिरे से चर्चा शुरू हो गई है। कांग्रेस को विश्वास है कि राहुल गांधी ही अगले पीएम बनेंगे और देश को आगे ले जाएंगे। वैसे, पिछले हफ्ते जब प्रियंका गांधी अमेठी गई, तो यह चर्चा भी शुरू हो गई थी कि राहुल की जगह प्रियंका ले सकती है। तीन दिन तक खूब हवा बनाई कि प्रियंका आ सकती है। मगर अब कांग्रेस ने एक बार फिर से राहुल गांधी – राहुल गांधी का राग आलापना शुरू कर दिया है। कांग्रेस भी खेल कर रही है। रह रह कर बेचारे भैया को आगे पीछे करती रहती है। यह भी हो सकता है कि राहुल गांधी को राज पाट से कोई मोह नहीं है, वे किसी त्यागी जैसे हैं, उनकी यह छवि निर्माण करने की कांग्रेसी कोशिश भी हो सकती है।

बहरहाल, होली के मौके पर पहले दिग्विजय सिंह ने कहा, फिर राशिद अल्वी भी बोले। कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा कि कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता और नेता तहे दिल से चाहते हैं कि राहुल गांधी देश के पीएम बने। हमें पूरा विश्वास है कि राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। उन्होंने कहा कि उनमें वे सभी खूबियां है जो पीएम बनने के लिए जरूरी है। राहुल गांधी अपनी सोच के अनुरूप आगे बढ़ रहे हैं और दूरदर्शी हैं। हमें पूरा विश्वास है कि जब भी वह प्रधानमंत्री बनेंगे, वह योग्य प्रधानमंत्री साबित होंगे और देश को आगे ले जाएंगे। राशिद ने यह तब कहा जब होली के मौके पर दिग्गी राजा अपनी पिचकारी से बहुत सारा राजनीतिक रंग छोड़ चुके थे। दिग्गी राजा कांग्रेस के वरिष्ठे नेता हैं। उनकी बात का वजन है। दिग्विजय सिंह ने एक तरह से इस धारणा को तोड़ने की कोशिश की कि कांग्रेस उपाध्येक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनने को लेकर इच्छुेक नहीं हैं। हालांकि यह धारणा राहुल गांधी के बयानों की वजह से ही बनी है।

दिग्गी राजा राहुल गांधी के राजनीतिक गुरू हैं। सो बोले - राहुल गांधी ने ऐसा कहीं नहीं कहा। ठीक है भाई, नहीं कहा तो नही ही सहा, पर कहा तो था। लेकिन दिग्गी राजा ने उलटे मीडिया को लपेटते हुए कहा कि मीडिया में जो ऐसी खबरें आ रही हैं, उससे उलझन पैदा हुई हैं। यदि देश की जनता चाहेगी तो राहुल पीएम पद के कांग्रेस उम्मीेदवार क्यों नहीं हो सकते हैं। दिग्गी राजा ने भ्रम को तोड़ने की कोशिश करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने कभी भी, कहीं नहीं कहा कि वह पीएम पद के उम्मीदवार नहीं बनना चाहते। अब कोई मना करे तो भी सारे के सारे सैनिक मैदान में उतर जाएंगे, तो रैजै को भी लड़ने के लिए तो मैदान में उतरना ही होगा।सो, मान जाओं राहुल भैया, काहे कांग्रेस का कल्य़ाण करने पर तुले हुए हो।